केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को यात्रियों को बेहतर सुरक्षा मुहैया कराने के लिए एक इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम का उद्घाटन किया

डेस्क । केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक को कम करने और यात्रियों को बेहतर सुरक्षा मुहैया कराने के लिए एक इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम का उद्घाटन किया। यह एक ऐसा सिस्टम है जो वाहन चालकों को खतरे के बारे में अलर्ट कराएगा और इससे दुर्घटना को रोका जा सकता है।
इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम की शुरुआत करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत को अपनी सडक़ इंजीनियरिंग में सुधार करने की जरूरत है क्योंकि हर साल देशभर में 5 लाख दुर्घटनाएं होती है जिसमें लगभग 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं। उन्होंने इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम के उद्घाटन को इंडियन इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताई। केंद्रीय मंत्री ने आईटीएस को लेकर कहा कि यह एक अत्याधुनिक तकनीक है जो ट्रैफिक की समस्याओं को कम करने, यातायात के बारे में वाहन चालक को पूर्व में सूचना देने के साथ-साथ यह ट्रैवेल में लगने वाले समय को कम करेगा। आईटीएस के जरिए यात्रियों को सडक़ पर चलते वक्त बेहतर सुरक्षा के साथ-साथ सफर आरामदायक रहेगा।
क्या है आईटीएस की खासियत?
दरअसल, आईटीएस के ऐसी तकनीक है जिससे सडक़ पर होनी वाली दुर्घटनाओं का पता लगाया जा सकता है। इसके साथ-साथ यह एंबुलेंस के लिए कंट्रोल रूम को अलर्ट भेजता है ताकि दुर्घटना में घायल लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि 135 किमी के इस एक्सप्रेसवे पर कारों की अधिकत गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटा है। उन्होंने कहा कि सरकार अलग-अलग श्रेणियों के वाहनों के लिए गति सीमा को संशोधित करने पर काम कर रही है।