
छुरा ।। आईएसबीएम विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग द्वारा दिनांक 19/11/2025 को घटारानी के आसपास के वन क्षेत्र में औषधीय पौधों का एक दिवसीय सर्वेक्षण अभियान आयोजित किया गया। इस सर्वे का उद्देश्य स्थानीय जंगलों में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण औषधीय पौधों की पहचान, उनके पारंपरिक उपयोगों का अध्ययन तथा भविष्य में औषधीय अनुसंधान को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डां.) आनंद महलवार द्वारा हरी झंडी दिखाकर सर्वे दल को रवाना करने के साथ की गई। जिसमें विश्वविद्यालय के कुलसचिव डां. बी. पी. भोल, आईक्यूएसी निदेशक डां. एन कुमार स्वामी, एवं सभी प्राध्यापक गण उपस्थित रहे।
फार्मेसी विभाग के प्राध्यापकों के मार्गदर्शन में छात्रों की टीम ने विभिन्न प्रजातियों जैसे शतावरी, अश्वगंधा, गिलोय, नीम, तुलसी, चिरायता, हर्रा, बहेरा, आंवला सहित कई दुर्लभ जड़ी-बूटियों की पहचान की और उनके संरक्षण की आवश्यकता पर स्थानीय ग्रामीणों से चर्चा भी की।
सर्वे दल के प्रभारी श्री अश्वनी कुमार साहू ने बताया कि प्राकृतिक वन संपदा हमारे स्वास्थ्य और शोध कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस तरह का फील्ड सर्वे छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है और उन्हें औषधीय पौधों के वैज्ञानिक व पारंपरिक महत्व को समझने में सहायक होता है।
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने फार्मेसी विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए इसे पर्यावरण संरक्षण तथा औषधीय अनुसंधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। विभाग ने आगे भी ऐसे शैक्षणिक व शोध आधारित कार्यक्रम जारी रखने की घोषणा की है।



