
बसना : जगन्नाथ रथ यात्रा एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जिसमें भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के रथों को सैकड़ों हजारों श्रद्धालु भक्त खींचते हैं। यह यात्रा पुरी, ओडिशा में आयोजित की जाती है और इसे पूरे भारत में बहुत उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है।
रथ यात्रा का महत्व:
- भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा भगवान की अपनी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर जाने की यात्रा का प्रतीक है।
- यह यात्रा भगवान की भक्ति और सेवा का प्रतीक है, और यह भक्तों को भगवान के साथ जुड़ने और उनकी कृपा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है।
रथ यात्रा की तैयारी:
- रथों का निर्माण विशेष रूप से इस अवसर के लिए किया जाता है, और उन्हें सुंदर ढंग से सजाया जाता है।
- भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियों को रथों पर रखा जाता है, और फिर भक्त रथों को खींचते हैं।
रथ यात्रा का उत्सव:
- रथ यात्रा के दौरान, भक्त भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहन की पूजा करते हैं और उनकी कृपा की प्रार्थना करते हैं।
- रथ यात्रा के दौरान भक्तों की भारी भीड़ होती है, और यह एक बहुत ही जीवंत और रंगीन उत्सव होता है।
रथ यात्रा का महत्व और प्रभाव:
- रथ यात्रा न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और सा6माजिक आयोजन भी है जो लोगों को एक साथ लाता है।
- यह यात्रा भगवान जगन्नाथ की भक्ति और सेवा का प्रतीक है, और यह भक्तों को भगवान के साथ जुड़ने और उनकी कृपा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है [1]।