माँ वैष्णो देवी मन्दिर कुदारीबाहरा में चैत्र नवरात्रि पर्व बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया जा रहा । रोज सैकड़ों लोग संध्या आरती में हो रहे शामिल ।

कुदारीबाहरा:- माँ वैष्णो देवी मन्दिर कुदारीबाहरा में विगत 2वर्षों से नवरात्रि पर्व बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया जा रहा है 2023में मूर्ति स्थापना के बाद ही यहाँ परम पूज्य गुरुदेव श्री सदन तिवारी जी महाराज(कोमना) जी के आशीर्वाद मार्गदर्शन से व श्री शांतिलाल साव एवं श्री प्रफुल साव जी(सरपंच कुदारीबाहरा) के सहयोग से चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र बहुत ही खुशी के साथ मनाया जाता है जिसमे पूरे 9दिन 9माताओ का विधि विधान से पूजा अर्चना किया जाता है सिद्धिदात्री माँ वैष्णो देवी मन्दिर स्थापना के दूसरे वर्ष ही यहाँ ज्योत जलाने भक्तो में उत्साह एवं माता के प्रति अटूट भक्ति देखने को मिल रहा है ,साथ ही साथ मां वैष्णों देवी परिवार में भक्त जुड़ते जा रहे हैं ,जिनमे महासमुन्द सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी जी, बसना विधायक श्री संपत अग्रवाल जी, सदस्य जिला पंचायत महासमुन्द श्री मोक्ष कुमार प्रधान जी(किरण आटो केयर झगरेनडीही), जनपद सदस्य श्रीमती प्रेमबाई साव जी (झरना आटो केयर सिंघनपुर) के साथ साथ 70से अधिक भक्त माँ वैष्णो देवी परिवार से जुड़ चुके है सभी भक्त माता रानी के सेवा,पूजा अर्चना के लिए तीन,चार जोड़ो में मुख्य यजमान के रूम में प्रातः व संध्या पूजन में शामिल हो रहे है इसी क्रम में नवरात्र के छठे दिन माँ कात्यायनी के सेवा के लिए सदस्य जिला पंचायत महासमुन्द श्री मोक्ष कुमार प्रधान जी सपत्नी उपस्थित रहे साथ ही सप्तम दिवस पर जनपद पंचायत बसना सदस्य के सुपुत्र श्री शशिकांत साव जी माँ कालरात्रि के पूजा अर्चना के लिए उपस्थित रहे पंडित श्री दुर्गा प्रसाद दुबे व आयोजक श्री शांतिलाल साव जी, श्री प्रफुल साव जी (सरपंच कुदारीबाहरा) ने दोनों जन प्रतिनिधियों का पुष्प हार से स्वागत किया फिर महाराज जी ने दोनों को मुख्य यजमान के रूप में माता रानी का पूरे विधि विधान से पुजा अर्चना करवाया ,पूजा में अन्य भक्त श्री शांतिलाल साव सपत्नी, श्री गोलू साव जी सपत्नी,श्री गुलाब साव जी सपत्नी, श्री सुरेश साव जी सपत्नी, श्री विजय साव जी सपत्नी, श्री लाल बिहारी साव जी (पुत्र- चूड़ामणि साव जी),श्रीमती राजेस्वरी नायक जी,श्री प्रफुल साव जी सपत्नी (सरपंच कुदारीबाहरा) और पुजारी आचार्य श्री दुर्गा प्रसाद दुबे जी, श्री गजानंद प्रसाद दुबे जी, उपाचार्य श्री सियाराम दुबे जी व समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।