
परशुराम कैवर्त
कुदारीबाहरा ( बसना): वन भूमि पर अवैध कब्जे का एक और मामला सामने आया है, जिसने एक बार फिर वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। ग्रामीणों द्वारा खुलेआम वन भूमि पर कब्ज़ा किया जा रहा है और वन विभाग के अधिकारी इसे रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह घटना कपसाखूंटा में हुई है। ग्रामीणों ने कथित तौर पर वन विभाग के अधिकारियों की अनदेखी करते हुए वन भूमि पर अतिक्रमण किया है। इस क्षेत्र में पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई न होने के कारण कब्ज़ा करने वालों के हौसले बुलंद हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि वन विभाग के अधिकारियों को इस बारे में कई बार सूचित किया गया है, लेकिन उन्होंने अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है और वे वन विभाग की भूमिका पर संदेह कर रहे हैं।
इस मामले पर वन विभाग के एक अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।
वन भूमि पर अवैध कब्जा पर्यावरण के लिए एक गंभीर खतरा है। इससे न केवल वन्यजीवों का आवास नष्ट होता है, बल्कि वन क्षेत्र का भी नुकसान होता है, जिससे जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याओं को बढ़ावा मिलता है।
यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि वन विभाग इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और भविष्य में वन भूमि पर अवैध कब्जों को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने भी वन विभाग से इस दिशा में तत्काल और ठोस कदम उठाने की अपील की है।